ⓒ 2015 WATV
भारी पढ़ाई में थके छात्रों के लिए लंबी छुट्टियां आराम करने और विभिन्न प्रकार के अनुभव करने का एक अवसर है। लेकिन इस दौरान असंयमित और अनियमित जीवनशैली के कारण बच्चों के बुरी आदतों में फंसने या बदचलन होने की संभावना रहती है।
चर्च ऑफ गॉड ने जो गर्मी और सर्दी की छुट्टियों में छात्र शिविर का आयोजन करके माध्यमिक और उच्च विद्यालय के छात्रों को अच्छे व्यक्तित्व और स्थिर मानसिकता का निर्माण करने में मदद करता है, पहली बार “प्राथमिक स्कूल के छात्रों का शीतकालीन छुट्टी शिविर” आयोजित किया। 5 से 30 जनवरी तक लगाए गए इस शिविर में देश भर के 400 चर्चों ने अपनी परिस्थिति के अनुसार विभिन्न प्रोग्राम तैयार किए और मार्गदर्शन करने वाले शिक्षकों को नियुक्त करना इत्यादि सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लीं।
शिविर में सबसे अधिक महत्व रखने वाला कार्यक्रम बाइबल शिक्षण है। वर्तमान में स्वार्थवाद हावी होता जा रहा है। पुरोहित कर्मचारियों और शिक्षकों ने चर्च के प्राथमिक स्कूल के छात्रों को उनके अच्छे व्यक्तित्व के विकास के लिए बाइबल के आधार पर शिक्षण प्रदान किया, ताकि वे उचित प्रकार की धारणाओं का निर्माण कर सकें और ऐसे वयस्क बन सकें जो दूसरों का ख्याल रखते हुए समाज के हित में काम कर सकेंगे। शिक्षण कार्यक्रम में बाइबल क्विज, बाइबल कहानियों के किरदारों का नाटक इत्यादि शामिल थे, ताकि शिक्षक छात्रों के साथ उनमें भाग लेते हुए रोचक तरीके से शिक्षा दे सकें। इसके अलावा पढ़ाई की रिक्तता को भरने के लिए छात्रों के साथ छुट्टी का होमवर्क पूरा करने, किताब पढ़ने और फिल्म देखकर अपनी अनुभूति को लिखने जैसे कार्यक्रम भी थे।
अनुभव शिक्षण भी एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। भोजन बनाना, चित्रकला(बुनाई, क्ले आर्ट, हांजी या नालीदार कागज हस्तशिल्प) इत्यादि कार्यक्रम जारी रहे जो छात्रों की जिज्ञासा को जागृत करते हैं। छात्रों ने अध्ययन यात्रा के लिए आसपास के इलाके में स्थित विज्ञान संग्रहालय या सुरक्षा अनुभव केंद्र का दौरा किया। यह छात्रों के लिए बहुत लाभदायक समय था। छात्रों ने पर्वत की सैर, स्लेज की सवारी और खेल–कूद जैसे कार्यक्रमों के द्वारा भी विशेष स्मृतियों को संजोया।
छात्र ये कहते हुए बड़े मुस्कुराए, “मैंने सोचा कि शिविर उबाऊ होगा, लेकिन मैं जो अकेले नहीं कर सकता था उसे करते हुए मुझे बहुत मजा आया,” “शिविर में भाग लेते हुए मैंने अपने को बड़ी बहनों के ज्यादा नजदीक पाया,” “मैं छोटे भाइयों की देखभाल करते हुए गर्वित महसूस कर रहा हूं,” “हमने सबके साथ मिलकर खूब मजे किए और बहुत हंसे।”
निम्न कक्षा के छात्र और उच्च कक्षा के छात्र, दोनों ने एक साथ मिलजुलकर कार्यक्रमों में भाग लिया। शिक्षकों ने कहा, “उच्च कक्षा के छात्रों ने निम्न कक्षा के छात्रों की अच्छी तरह से मदद की। निम्न कक्षा के छात्रों ने उच्च कक्षा के छात्रों का अच्छी तरह से पालन किया। यह देखकर बहुत प्रसन्न था। शुरू में मैंने सोचा कि बच्चों को सिखाना मुश्किल होगा, लेकिन बच्चों को छोटी भी बात से खुश होते हुए और हंसते हुए देखकर मैं बहुत सी चीजों को सीख सका और हंस सका।”
किसी भी अन्य से ज्यादा छात्रों के माता–पिता भी इसका स्वागत करते हैं। वे यह कहकर खुश थे, “आजकल ज्यादातर घरों में बच्चे इकलौते होने लगे हैं, और बच्चों में कंप्यूटर गेम अत्याधिक प्रचलित है। इसी कारण उन्हें दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका कम मिलता है। सर्दी की छुट्टियों में वे बाहर ठंडा होने के कारण केवल घर में रहते हैं या फिर ट्यूशन क्लाकस में जाते हैं। मगर इस बार उन्होंने शिविर में विभिन्न प्रकार के अनुभव किए, और इससे उनका तन मन दोनों स्वस्थ रह सका। लंबी छुट्टियों में वे पहले देर तक सोया करते थे और उनकी दिनचर्या बहुत ही अनियमित होती थी, लेकिन वे अब अपनी दिनचर्या नियमित रखते हैं और एक दूसरे का ध्यान रखना और सम्मान करना सीखते हुए कम चिड़चिड़े होते हैं।”
छात्रों ने जिन्होंने अर्थपूर्ण तरीके से छुट्टियां बिताते हुए अपना अधिक विकास किया, और ज्यादा परिपक्व होकर नए सत्र की तैयारी की।
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